वाशिंगटन पोस्ट शुक्रवार को खबर आई कि भारत ने मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों के बीच अपदस्थ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ प्रतिबंधों को रोकने के लिए अमेरिका पर दबाव डाला।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका बांग्लादेश में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को जेल में डालने, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दमन और अन्य मानवाधिकार हनन के मामले में हसीना पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा था।
अमेरिकी राजनयिकों ने हाल के चुनावों में विपक्षी उम्मीदवारों को भाग लेने से रोकने के लिए हसीना की आलोचना की थी।
तनाव तब बढ़ गया जब हसीना ने अमेरिका पर उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने का प्रयास करने का आरोप लगाया, जिसके बाद अमेरिकी सीनेटरों ने राष्ट्रपति जो बिडेन से उनके प्रशासन पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया।
हालांकि, भारत ने उच्च स्तरीय बैठकों में हस्तक्षेप करते हुए अमेरिका से हसीना पर प्रतिबंध न लगाने की अपील की। रिपोर्ट बताती है कि भारतीय अधिकारियों ने भारत के लिए बांग्लादेश के रणनीतिक महत्व को उजागर करते हुए उनके प्रति नरमी बरतने का अनुरोध किया।
से बात करते हुए वाशिंगटन पोस्ट नाम न बताने की शर्त पर एक भारतीय अधिकारी ने बताया कि उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया है कि बांग्लादेश की स्थिति भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
अधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि रणनीतिक मुद्दों पर आम सहमति के बिना अमेरिका भारत को रणनीतिक साझेदार नहीं मान सकता।