प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने बुना-रास्त कनेक्टिविटी परियोजना का शुभारंभ किया है, जो पाकिस्तान के डिजिटल भुगतान बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह पहल पाकिस्तान की रास्ट भुगतान प्रणाली को अरब मुद्रा कोष के बुना मंच से जोड़ती है, जिससे अरब देशों में रहने वाले लाखों पाकिस्तानी शीघ्रतापूर्वक और किफायती तरीके से धन भेज सकेंगे।
इस्लामाबाद में उद्घाटन समारोह में बोलते हुए, प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने और अरब जगत के साथ संबंधों को मजबूत करने में इस परियोजना की क्षमता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बुना-रास्ट प्रणाली पहली सीमा-पार वास्तविक समय भुगतान संपर्क प्रणाली है, जो धन प्रेषण को अधिक सुलभ बनाती है तथा उपयोगकर्ताओं के लिए लागत कम करती है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “यह परियोजना इस बात का प्रतीक है कि 21वीं सदी का पाकिस्तान किस तरह आधुनिक तकनीकों को दैनिक जीवन में एकीकृत करके आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह पहल भविष्य में क्षेत्रीय भुगतान प्रणालियों के लिए मार्ग प्रशस्त कर सकती है, जिससे संभावित रूप से 20 बिलियन डॉलर से अधिक वार्षिक लेनदेन की सुविधा मिल सकेगी।
प्रधानमंत्री ने इस परियोजना को शुरू करने में अरब मुद्रा कोष, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान, वित्त मंत्रालय, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और करंदाज़ के सहयोग की भी सराहना की।
उन्होंने कहा कि वित्तीय लेनदेन के डिजिटलीकरण से पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा मिलेगा, जिससे विशेष रूप से महिलाओं को लाभ होगा, जो धन प्रेषण प्राप्तकर्ताओं का 90% हिस्सा हैं।