एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने 2022 की बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित सिंध प्रांत में घरों और सामुदायिक बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए 400 मिलियन डॉलर के रियायती ऋण को मंजूरी दी है।
सिंध आपातकालीन आवास पुनर्निर्माण परियोजना का उद्देश्य जलवायु लचीलापन बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए क्षतिग्रस्त घरों और सामुदायिक बुनियादी ढांचे का पुनर्वास करना है।
यह पहल पाकिस्तान के बाढ़ राहत प्रयासों में तेजी लाने के लिए 2023 से 2025 तक 1.5 बिलियन डॉलर की सहायता देने की एडीबी की व्यापक प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
मध्य और पश्चिम एशिया के लिए एडीबी के महानिदेशक येवगेनी झुकोव ने कहा, “यह परियोजना 2022 की बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित प्रांत सिंध में घरों के पुनर्निर्माण और आजीविका और आवश्यक सेवाओं को बहाल करने में मदद करेगी।”
2022 की बाढ़ से कुल आवास क्षति का 83% हिस्सा सिंध प्रांत में पहुंचा, जिसमें लगभग 2.1 मिलियन घर नष्ट हो गए या क्षतिग्रस्त हो गए।
कई पीड़ित अभी भी अपर्याप्त, अस्थायी आश्रयों में रह रहे हैं जहां आवश्यक सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं।
यह परियोजना 250,000 घरों को टिकाऊ डिजाइन के साथ पुनर्निर्माण करने के लिए सशर्त नकद अनुदान प्रदान करेगी तथा सिंध के लगभग 1,000 बाढ़ प्रभावित गांवों में 100,000 घरों के लिए पेयजल और स्वच्छता सुविधाओं, ढके हुए जल निकासी और नवीकरणीय ऊर्जा समाधान जैसे बुनियादी ढांचे के निर्माण में सहायता करेगी।
इसके अतिरिक्त, पशुधन, कृषि, लघु उद्यम और ई-कॉमर्स के लिए अनुदान प्रदान किया जाएगा।
एडीबी के जल एवं शहरी विकास निदेशक श्रीनिवास संपत ने कहा, “एडीबी के सहयोग से पाकिस्तान को बेहतर पुनर्निर्माण करने तथा समुदाय-नेतृत्व वाली जलवायु लचीलापन और आपदा जोखिम प्रबंधन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।”
“हम सरकार की पुनर्प्राप्ति और पुनर्निर्माण प्राथमिकताओं का समर्थन करने के लिए अन्य विकास साझेदारों के साथ समन्वय कर रहे हैं।”
यह परियोजना सरकार की सुदृढ़ पुनर्वास, पुनर्निर्माण और पुनर्प्राप्ति रणनीति (4RF) के अनुरूप है तथा विभिन्न क्षेत्रों में पूरक निवेश सुनिश्चित करने के लिए एकीकृत दृष्टिकोण का पालन करेगी।
500,000 डॉलर का तकनीकी सहायता अनुदान सरकार की परिचालन क्षमताओं को समर्थन देगा।