बॉलीवुड स्टार जॉन अब्राहम ने भारत में महिलाओं, बच्चों और जानवरों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि देश अब उनके लिए सुरक्षित नहीं रहा।
हाल ही में एक साक्षात्कार में जॉन अब्राहम ने पुरुषों से समाज में महिलाओं की सुरक्षा में अपनी जिम्मेदारी पहचानने का आग्रह किया।
अपनी एक्शन भूमिकाओं के लिए मशहूर जॉन ने इस बात पर जोर दिया कि पुरुषों को यह समझना होगा कि महिलाएं कोई वस्तु नहीं हैं, बल्कि सम्मान की हकदार हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान करके पुरुष भी अपनी गरिमा की रक्षा करते हैं।
अभिनेता ने आगे कहा कि जो लोग भारत से प्रेम करते हैं, वे इसकी खामियों की आलोचना करें और अज्ञानता के कारण चुप न रहें।
उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि भारत में महिलाएं, बच्चे और यहां तक कि जानवर भी सुरक्षित नहीं हैं।
“भारत महान है” नारे पर टिप्पणी करते हुए जॉन ने कहा कि केवल इस वाक्यांश का जाप करना तब तक निरर्थक है जब तक लोग देश में हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठाते।
उन्होंने भारत के प्रति अपना प्रेम व्यक्त किया, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि वे यहां मौजूद अज्ञानता की आलोचना करने में संकोच नहीं करेंगे।
जॉन अब्राहम ने भारत में सामाजिक परिवर्तन लाने की इच्छा भी व्यक्त की, विशेष रूप से पशुओं की स्थिति को ऊपर उठाने की।
उन्होंने पशुओं की सुरक्षा के लिए कानूनों की कमी की आलोचना की तथा महिलाओं और बच्चों के समक्ष उत्पन्न असुरक्षा की स्थिति पर प्रकाश डाला तथा किसी को भी इस मुद्दे पर विवाद करने की चुनौती दी।
उनकी यह टिप्पणी कोलकाता बलात्कार मामले के मद्देनजर आई है, जहां पश्चिम बंगाल की राजधानी में एक 31 वर्षीय डॉक्टर की निर्मम बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी।