यरूशलेम:
रिहा किए गए फिलीस्तीनी कैदियों की गवाही से पता चलता है कि किस तरह इजरायली अधिकारियों ने एक दर्जन से अधिक जेलों को ऐसे स्थानों में बदल दिया है, जहां फिलीस्तीनी बंदी दुर्बल अवस्था में जीवन गुजार रहे हैं, तथा उनके भोजन के राशन में भुखमरी के स्तर तक कटौती कर दी गई है।
एक रिहा किये गये फिलिस्तीनी कैदी ने बताया कि जेल में इज़रायली गार्डों ने कहा था कि वे केवल “जीवित रहने के लिए पर्याप्त भोजन” ही उपलब्ध कराएंगे।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक साक्षात्कार में अतेफ अवाहदेह ने कहा, “11 कैदियों के लिए दो प्लेट चावल दिए गए।”
नाबलुस से रिहा हुए फिलीस्तीनी कैदी समी खलीली ने कहा, “प्रतिदिन तीन चम्मच चावल, ठीक।”
वकील सारी हुर्रिया ने बताया कि इजरायली जेल में 10 दिनों के दौरान उनका वजन आठ किलो (17.63 पाउंड) कम हो गया। उन्होंने बताया कि पांच लोगों को एक ही प्लेट में खाना खाना पड़ता था और वह भी नंगे हाथों से।
एक अन्य कैदी फिरास हसन ने कहा, “जब मैं बाहर आया तो मेरा वजन 25 (55.2 पाउंड) किलो कम हो गया था। मेरे परिवार ने मुझे पहचाना ही नहीं।”