संघीय मंत्रिमंडल ने 82 राज्य-स्वामित्व वाले उद्यमों (एसओई) के विलय और विघटन के लिए संघीय सरकार के अधिकार निर्धारण समिति द्वारा प्रस्तुत सिफारिशों को मंजूरी दे दी है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में आज इस्लामाबाद में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में सिफारिशों को मंजूरी देते हुए, कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए एक समिति का गठन भी किया गया, जो विभिन्न विभागों के विलय और विघटन से प्रभावित होंगे।
आम आदमी को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए इन 82 संस्थाओं को डिजिटलीकरण, स्मार्ट प्रबंधन, कुशल शासन, पारदर्शिता और त्वरित कार्यान्वयन के माध्यम से मजबूत संस्थानों में बदला जा रहा है।
संघीय मंत्रिमंडल को बताया गया कि प्रथम चरण में, छह मंत्रालयों में समिति की सिफारिशों का क्रियान्वयन शुरू हो गया है।
इससे सरकारी कार्यनिष्पादन में सुधार, मानव पूंजी का सही उपयोग और नीति निर्माण में मदद मिलेगी, साथ ही निर्णयों के कार्यान्वयन में अनावश्यक देरी को भी समाप्त किया जा सकेगा।
मंत्रिमंडल को बताया गया कि यूरिया का आयात बंद करने तथा यूरिया कारखानों को निर्बाध गैस आपूर्ति उपलब्ध कराने से एक सौ तीस मिलियन डॉलर की बचत हुई है।
प्रधानमंत्री ने आगामी रबी फसल सीजन के दौरान यूरिया उर्वरक की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए वित्त, ऊर्जा और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मंत्रालयों द्वारा लिए गए निर्णयों की सराहना की।
मंत्रिमंडल को सरकारी व्यय को कम करने के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के दृष्टिकोण के अनुसार मितव्ययिता उपायों के कार्यान्वयन पर भी विस्तृत जानकारी दी गई।
संघीय मंत्रिमंडल ने मितव्ययिता उपायों को जारी रखने को मंजूरी दी है, जिसमें मंत्रिमंडल के सदस्यों द्वारा वेतन में स्वैच्छिक छूट, एम्बुलेंस जैसे आवश्यक वाहनों के अलावा अन्य सरकारी वाहनों की खरीद पर प्रतिबंध, नए उपकरणों और मशीनरी की खरीद पर प्रतिबंध, नए सरकारी पदों का सृजन, सरकारी खर्च पर अनावश्यक विदेश यात्रा और विदेश में चिकित्सा उपचार पर प्रतिबंध शामिल हैं।
संघीय मंत्रालयों द्वारा मितव्ययिता उपायों के कार्यान्वयन की सराहना करते हुए, प्रधानमंत्री ने उन्हें इसे जारी रखने का निर्देश दिया।
संघीय मंत्रिमंडल ने बलूचिस्तान में आतंकवादी घटनाओं और निर्दोष नागरिकों पर आतंकवादियों द्वारा किए गए कायराना हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की।
इन घटनाओं के दौरान शहीद हुए नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों के लिए फातेहा पढ़ी गई।
मंत्रिमंडल ने इन घटनाओं में शामिल आतंकवादी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर जोर दिया।