लाहौर। ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञों ने जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने और बढ़ती बिजली दरों के कारण होने वाली आर्थिक कठिनाइयों को कम करने के लिए सौर ऊर्जा के तेजी से विस्तार का आह्वान किया है। उन्होंने शुक्रवार को सोलर पावर कॉन्क्लेव और टेक्नोलॉजी एक्सीलेंस अवार्ड्स 2024 में बोलते हुए देश की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने के लिए सौर ऊर्जा की क्षमता पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए, खैबर-पख्तूनख्वा के गवर्नर फैसल करीम कुंडी ने आसमान छूती बिजली बिलों पर जनता की चिंताओं को उजागर किया और सरकार से नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “लोगों का बिजली के बढ़े हुए बिलों से परेशान होना जायज़ है। सरकार को इस घोर अन्याय के लिए जवाबदेह होना चाहिए।” उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों, खास तौर पर सौर और पवन ऊर्जा के जिम्मेदारी से इस्तेमाल की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया, ताकि कम आय वाले परिवारों को सस्ती बिजली मुहैया कराई जा सके।
प्रधानमंत्री की सौरीकरण समिति के सदस्य फैजान अली ने अगले दशक में राष्ट्रीय ग्रिड में 10 गीगावाट सौर ऊर्जा लाने की समिति की योजना साझा की।